श्री समवर्ती समूह
श्री अघोरेश्वर भगवान राम गुरुकुल
Tuesday, November 30, 2010
महुआ टोली वाले औघड़ बाबा
" करता है हर कर्म जो, रहता है निष्काम, आकाश सा निर्लेप है जो अवधूत है उसका नाम "
" अघोरेश्वर के सन्मुख प्रगटे , ओर पाया उनसे ज्ञान , रत्न लगा निज का उन्हें , नाम दिया समूह रत्न राम "
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